लार मानव शरीर में बनने वाला महत्वपूर्ण तरल पदार्थ है, जिसके द्वारा गैर-आक्रामक और सुरक्षित स्रोत के रूप में ला द्वारा, रोगों के निदान में रक्त का विकल्प है, इसी कारण चिकित्सक जीभ की जाँच करते है।
लार के घटकों में 98% पानी के अलावा 2% अकार्बनिक और कार्बनिक पदार्थ होते हैं जो शरीर प्रबंधन की महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
लार का उत्पादन सामान्य मानव शरीर में लगभग 0.5-1.5 लीटर / दिन होता है, जो स्राव का प्रमुख स्रोत 90% प्रमुख लार ग्रंथियों और 10% छोटी लार ग्रंथियों में होता है।
लार में स्क्रीनिंग, डायग्नॉस्टिक्स, प्रैग्नेंसी और उपचार के मूल्यांकन जैसे अन्य गुण हैं क्योंकि अनुवांशिक अनुसन्धान के द्वारा आपको इस बात को निर्धारित करती है की आप अपने वजन को कैसे संतुलित रखे जिससे भविष्य में आने वाली बिमारिओ से बचाव कर सके।
इसके माध्यम से बगैर आपकी दिनचर्या को प्रभावित करते हुए व्यवस्थित करते है जिसके लिए आपको अपनी जीवनशैली में साधारण सा बदलाव करके असाधारण बदलाव प्राप्त कर सकते है।
अतः भारत सरकार के विज्ञान और औद्योगिक अनुसंधान विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, ने इसे अच्छा विकल्प मानते हुए इसे असाधारण रोगो से लड़ने की क्षमता के कारण फार्माकोजेनोमिक्स को भारत में स्वीकृति प्रदान की है ।
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