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Showing posts from June, 2019

Pharmacogenomics new technology for Critical Illness

DNA testing is a powerful tool for identification and has many practical applications of the body. Gene therapy is important to test parents or fetuses for genetic conditions or birth defects, identifying the particular ailments of the body.  At the heart of DNA testing is the molecule DNA. It carries our genetic code and determines traits from eye color to aspects of our personalities. Every cell in our bodies, from the heart to skin, blood to the bone - contains a complete set of our DNA. Now the question arises that what DNA does beneficial to us, the answer is 99.9% of the DNA from two people will be identical. The 0.1% of DNA code sequences that vary from person to person is what makes us unique. These sequences are called genetic markers and are the part of the code that forensic scientists use when doing a DNA test. Identical twins are the only people who have identical genetic markers. However, the more closely related two people are, the more likely it is that some of thei

फार्माकोजेनोमिक्स की उपयोगिता

  लार मानव शरीर में बनने वाला महत्वपूर्ण तरल पदार्थ है, जिसके द्वारा गैर-आक्रामक और सुरक्षित स्रोत के रूप में ला द्वारा, रोगों के निदान में रक्त का विकल्प है, इसी कारण चिकित्सक जीभ की जाँच करते है। लार के घटकों में 98% पानी के अलावा 2% अकार्बनिक और कार्बनिक पदार्थ होते हैं जो शरीर प्रबंधन की महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लार का उत्पादन सामान्य मानव शरीर में लगभग 0.5-1.5 लीटर / दिन होता है, जो स्राव का प्रमुख स्रोत 90% प्रमुख लार ग्रंथियों और 10% छोटी लार ग्रंथियों में होता है। लार में स्क्रीनिंग, डायग्नॉस्टिक्स, प्रैग्नेंसी और उपचार के मूल्यांकन जैसे अन्य गुण हैं क्योंकि अनुवांशिक अनुसन्धान के द्वारा आपको इस बात को निर्धारित करती है की आप अपने वजन को कैसे संतुलित रखे जिससे भविष्य में आने वाली बिमारिओ से बचाव कर सके। इसके माध्यम से बगैर आपकी दिनचर्या को प्रभावित करते हुए व्यवस्थित करते है जिसके लिए आपको अपनी जीवनशैली में साधारण सा बदलाव करके असाधारण बदलाव प्राप्त कर सकते है। अतः भारत सरकार के विज्ञान और औद्योगिक अनुसंधान विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, ने इसे अच्छ

फार्माकोजेनोमिक्स मोटापा दूर करने की सम्पूर्ण प्रक्रिया है

फार्माकोजेनोमिक्स क्या है? फार्माकोजेनोमिक्स इस बात का अध्ययन है कि किसी व्यक्ति की आनुवंशिक विरासत दवाओं के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया को कैसे प्रभावित करती है। ‘फार्माकोजेनोमिक्स’ शब्द ’फार्माकोलॉजी’ (दवाओं का विज्ञान) और (जीनोमिक्स ’(जीन और उनके कार्यों का अध्ययन) शब्द से आया है और इस प्रकार फार्मास्यूटिकल्स और आनुवंशिक का प्रतिच्छेदन है। फार्माकोजेनोमिक्स आपके थूक से की जाने वाली एक जाँच है जो आपके विगत, वर्तमान और भविष्य मैं होने वाली बीमारियों से अवगत एवं उपचार की दिशा को निर्धारित करती है फार्माकोजेनोमिक्स का लक्ष्य ड्रग मेटाबॉलिज़्म एंजाइम ट्रांसपोर्टेशन के बहुरूपताओं को समझना है, और / या रिसेप्टर्स जो अंततः ड्रग थेरेपी के परिणाम को निर्धारित करते हैं। फार्माकोजेनोमिक्स जेनेटिक (जीनोटाइप, लिंग, नृवंशविज्ञान और पृष्ठभूमि), पर्यावरण (बीमारी, पिछले उपचार और पर्यावरण) के आधार पर रोगियों में दवा की प्रतिक्रिया को अलग करने में मदद करता है। प्रत्येक व्यक्ति की प्रत्येक जीन की दो प्रतियाँ होती हैं, प्रत्येक माता-पिता से विरासत में मिली होती हैं। अधिकांश जीन सभी लोगों में समान